
01/05/2024
आप सभी का इंतज़ार रहेगा….
“अतीत से वर्तमान के पन्ने जुड़ेंगे इस प्रस्तुति में”
जिस युग का वर्णन इस कृति में है, उसके विषय में विष्णु-पुराण में कहा है
उस भविष्य में धर्म-अर्थ हासोन्मुख होंगे क्षय होगा धीरे-धीरे सारी धरती का।
सत्ता होगी उनकी, जिनकी पूँजी होगी।
जिनके नकली चेहरे होंगे केवल उन्हें महत्व मिलेगा।
राजशक्तियाँ लोलुप होंगी,
जनता उनसे पीड़ित होकर गहन गुफाओं में छिप-छिप कर दिन काटेगी…….