22/03/2025
चारधाम यात्रा: पहले ही दिन पंजीकरण ने तोड़े रिकॉर्ड, श्रद्धालुओं में जबरदस्त उत्साह
चारधाम यात्रा 2025 के लिए पंजीकरण की शुरुआत 20 मार्च से हो चुकी है, और पहले ही दिन 1.65 लाख से अधिक श्रद्धालुओं ने अपने नाम दर्ज करवा लिए। यह आंकड़ा साफ संकेत देता है कि इस वर्ष तीर्थयात्रियों की संख्या में भारी इजाफा देखने को मिलेगा। इस बार पंजीकरण की प्रक्रिया पूरी तरह ऑनलाइन रखी गई है, जिसमें आधार कार्ड अनिवार्य दस्तावेज के रूप में मांगा जा रहा है।
सबसे अधिक पंजीकरण केदारनाथ धाम के लिए हुए, जहां 53,570 श्रद्धालुओं ने नाम दर्ज कराया। इसके बाद बदरीनाथ के लिए 49,385, गंगोत्री के लिए 30,933 और यमुनोत्री के लिए 30,224 लोगों ने पंजीकरण कराया। साथ ही हेमकुंड साहिब के लिए भी 1,180 यात्रियों ने रजिस्ट्रेशन करवाया। इन आंकड़ों से अंदाजा लगाया जा सकता है कि इस बार श्रद्धालुओं की भीड़ काफी अधिक रहने वाली है।
यात्रियों की सुविधा के लिए पर्यटन विभाग ने "Tourist Care Uttarakhand" नामक मोबाइल ऐप लॉन्च किया है। इस ऐप के माध्यम से न केवल पंजीकरण किया जा सकता है बल्कि यात्रियों की सहायता के लिए 24x7 टोल-फ्री हेल्पलाइन भी उपलब्ध है। वहीं, हेली सेवा की ऑनलाइन बुकिंग अप्रैल के पहले सप्ताह से शुरू होने की उम्मीद है, जिससे यात्रा और भी आसान हो जाएगी।
इस वर्ष चारधाम यात्रा का शुभारंभ 30 अप्रैल को गंगोत्री और यमुनोत्री के कपाट खुलने से होगा। केदारनाथ के कपाट 2 मई और बदरीनाथ के 4 मई को श्रद्धालुओं के दर्शन हेतु खोले जाएंगे। प्रशासन द्वारा यात्रा को सुगम और सुरक्षित बनाने के लिए व्यापक इंतजाम किए गए हैं, जिसमें सुरक्षा बलों, स्वास्थ्य सेवाओं और आपातकालीन रेस्क्यू टीमों की तैनाती प्रमुख है।
होटलों और लॉज की बुकिंग में भी तेजी देखी जा रही है, जिससे स्पष्ट है कि श्रद्धालुओं में इस बार यात्रा को लेकर काफी उत्साह है। पंजीकरण प्रक्रिया को भी पहले की तुलना में सरल बनाया गया है ताकि लोगों को तकनीकी अड़चनों का सामना न करना पड़े।
कुल मिलाकर, चारधाम यात्रा का पहला दिन रिकॉर्ड तोड़ पंजीकरण के साथ संपन्न हुआ, जो उत्तराखंड में धार्मिक पर्यटन के बढ़ते आकर्षण को दर्शाता है। प्रशासन श्रद्धालुओं की सुविधा व सुरक्षा सुनिश्चित करने में कोई कसर नहीं छोड़ रहा है।
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